ज़िंदगी पर चित्र/छाया शायरी
ज़िंदगी को परिभाषित करना
मुहाल है । शायद इसलिए शाइर ज़िंदगी को जितने ज़ावियों और सूरतों में देखता है, उस को अपने तौर पर पेश करता है । ज़िंदगी के हुस्न की कहानी हो या उस की बद-सूरती का बयान सब को उर्दू शाइरी अपने दामन में समेट कर चलती है । इस का अंदाज़ा यहाँ प्रस्तुत संकलन से लगाया जा सकता है ।
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इश्क़और 1 अन्य
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ख़्वाबऔर 2 अन्य
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फ़ेमस शायरीऔर 1 अन्य
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फ़ेमस शायरीऔर 1 अन्य
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गुनाहऔर 1 अन्य
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उम्मीदऔर 1 अन्य
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प्रसिद्ध मिसरेऔर 1 अन्य
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ख़्वाबऔर 1 अन्य
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इश्क़और 7 अन्य
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ज़र्बुल-मसलऔर 2 अन्य
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जवानीऔर 3 अन्य
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इश्क़और 1 अन्य
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किताबऔर 1 अन्य
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जवानीऔर 3 अन्य
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आरज़ूऔर 1 अन्य