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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

रात की रानी पर शेर

दिल के आँगन में उभरता है तिरा अक्स-ए-जमील

चाँदनी रात में हो रात की रानी जैसे

इरफ़ाना अज़ीज़

अब उन्हें तशरीफ़ लाना चाहिए

रात में लिखती है रानी रात की

शाद आरफ़ी

आँगन में ये रात की रानी साँपों का घर काट इसे

कमरा अलबत्ता सूना है कोने में गुलदान लगा

मुज़फ़्फ़र हनफ़ी

बाद-ए-शाम आए महक उट्ठे मिरा सह्न रियाज़

बे-महक झाड़ियों से रात की रानी निकले

रियाज़ मजीद

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