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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

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साम्प्रदायिक सद्भाव पर कहानियाँ

औलाद

ये औलाद न होने के दुख में पागल हो गई एक औरत की कहानी है। ज़ुबैदा की शादी के बाद ही उसके बाप की मौत हो गई तो वह अपनी माँ को अपने घर ले आई। माँ-बेटी एक साथ रहने लगीं तो माँ को इस बात की चिंता हुई कि उसकी बेटी को अभी तक बच्चा क्यों नहीं हुआ। बच्चे के लिए माँ ने बेटी का हर तरह का इलाज कराया, पर कोई फ़ायदा नहीं हुआ। माँ दिन-रात उसे औलाद न होने के ताने देती रहती है तो उसका दिमाग़़ चल जाता है और हर तरफ़ उसे बच्चे ही नज़र आने लगते हैं। उसके इस पागलपन को देखकर उसका शौहर एक नवजात शिशु को उसकी गोद में लाकर डाल देता है। जब उसके लिए उसकी छातियों से दूध नहीं उतरता है तो वह उस्तरे से अपनी छातियों को काटती जिससे उसकी मौत हो जाती है।

सआदत हसन मंटो

मंज़ूर

अपनी बीमारी से बहादुरी के साथ लड़ने वाले एक लक़वाग्रस्त बच्चे की कहानी। अख़्तर को जब दिल का दौरा पड़ा तो उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहाँ उसकी मुलाक़ात मंज़ूर से हुई। मंज़ूर के शरीर का निचला हिस्सा बिल्कुल बेकार हो गया था। फिर भी वह पूरे वार्ड में सबकी ख़ैरियत पूछता, हर किसी से बात करता। डॉक्टर, नर्स भी उससे बहुत ख़ुश थे। हालाँकि उसकी हालत में कोई सुधार नहीं हो सकता था, फिर उसके माँ-बाप के आग्रह पर डॉक्टर्स ने अपने यहाँ एडमिट कर लिया था। अख़्तर मंज़ूर से बहुत प्रभावित हुआ। जब उसकी छुट्टी का दिन क़रीब आया तो डिस्चार्ज होने से पहले की रात को मंज़ूर का इंतक़ाल हो गया।

सआदत हसन मंटो

रक़स-ए-शरर

क़ुर्रतुलऐन हैदर

मिसेस डिकोस्टा

यह एक ईसाई औरत की कहानी है, जिसे अपनी पड़ोसन के गर्भ में बहुत ज़्यादा दिलचस्पी है। गर्भवती पड़ोसन के दिन पूरे हो चुके हैं, लेकिन बच्चा है कि पैदा होने का नाम ही नहीं ले रहा है। मिसेज़ डिकोस्टा हर रोज़़ उससे बच्चे की पैदाइश के बारे में पूछती है। साथ ही उसे मोहल्ले भर की ख़बरें भी बताती जाती है। उन दिनों देश में शराब-बंदी क़ानून की माँग बढ़ती जा रही थी, जिसके कारण मिसेज़ डिकोस्टा बहुत परेशान थी। फिर भी वह अपनी गर्भवती पड़ोसन का बहुत ख़याल करती है। एक दिन उसने पड़ोसन को घर बुलाया और उसका पेट देखकर बताया कि बच्चा कितने दिनों में और क्या (लड़का या लड़की) पैदा होगा।

सआदत हसन मंटो

Jashn-e-Rekhta | 13-14-15 December 2024 - Jawaharlal Nehru Stadium , Gate No. 1, New Delhi

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