Font by Mehr Nastaliq Web

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर
Wahid Premi's Photo'

वाहिद प्रेमी

1938 - 1993 | मध्य प्रदेश, भारत

वाहिद प्रेमी

ग़ज़ल 12

अशआर 28

गुल ग़ुंचे आफ़्ताब शफ़क़ चाँद कहकशाँ

ऐसी कोई भी चीज़ नहीं जिस में तू हो

  • शेयर कीजिए

किसी को बे-सबब शोहरत नहीं मिलती है 'वाहिद'

उन्हीं के नाम हैं दुनिया में जिन के काम अच्छे हैं

  • शेयर कीजिए

आज़ाद तो बरसों से हैं अरबाब-ए-गुलिस्ताँ

आई मगर ताक़त-ए-परवाज़ अभी तक

  • शेयर कीजिए

दिलों में ज़ख़्म होंटों पर तबस्सुम

उसी का नाम तो ज़िंदा-दिली है

  • शेयर कीजिए

है शाम-ए-अवध गेसू-ए-दिलदार का परतव

और सुब्ह-ए-बनारस है रुख़-ए-यार का परतव

  • शेयर कीजिए

पुस्तकें 4

 

Recitation

Jashn-e-Rekhta | 13-14-15 December 2024 - Jawaharlal Nehru Stadium , Gate No. 1, New Delhi

Get Tickets
बोलिए