Font by Mehr Nastaliq Web

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर
Mahmood Shaam's Photo'

पाकिस्तान के प्रतिष्ठित पत्रकार

पाकिस्तान के प्रतिष्ठित पत्रकार

महमूद शाम

ग़ज़ल 36

नज़्म 2

 

अशआर 7

एक जंगल जिस में इंसाँ को दरिंदों से है ख़ौफ़

एक जंगल जिस में इंसाँ ख़ुद से ही सहमा हुआ

औने-पौने ग़ज़लें बेचीं नज़्मों का व्यापार किया

देखो हम ने पेट की ख़ातिर क्या क्या कारोबार किया

चाँदनी शब तू जिस को ढूँडने आई है

ये कमरा वो शख़्स तो कब का छोड़ गया

बस एक अपने ही क़दमों की चाप सुनता हूँ

मैं कौन हूँ कि भरे शहर में भी तन्हा हूँ

ये और बात कि चाहत के ज़ख़्म गहरे हैं

तुझे भुलाने की कोशिश तो वर्ना की है बहुत

  • शेयर कीजिए

पुस्तकें 8

 

वीडियो 4

This video is playing from YouTube

वीडियो का सेक्शन
शायर अपना कलाम पढ़ते हुए
Ab to diwar na diwan pe likha baqi

महमूद शाम

Ek Shaam Mahmood Shaam Kay Sath in Chicago

महमूद शाम

Har nazar pyaar har lab pe hansi mangte hain (Ghazal)

महमूद शाम

Nazm on daughters ( Betiyo par Nazm)

महमूद शाम

"कराची" के और शायर

Recitation

Jashn-e-Rekhta | 13-14-15 December 2024 - Jawaharlal Nehru Stadium , Gate No. 1, New Delhi

Get Tickets
बोलिए