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आम

MORE BYइफ़्फ़त ज़र्रीं

    आम जो खाए वो ललचाए

    जो खाए वो पछताए

    भीनी भीनी ख़ुशबू आए

    जो सब के ही मन को भाए

    लंगड़ा चौसा और दसहरी

    कोई नहीं है इन का बैरी

    सोने जैसी रंगत इन की

    डाली डाली संगत इन की

    अब्बा जब बाज़ार को जाते

    टोकरी भर आमों की लाते

    सारे फलों का आम है राजा

    कच्चा पक्का सब का खा जा

    ख़ुशबू इस की भीनी भीनी

    मीठा गुड़ है मीठी चीनी

    ख़ुद खाएँ औरों को खिलाएँ

    खाने से जी भर पाएँ

    सब से अच्छी बात ये ही है

    गर्मी की सौग़ात ये ही है

    RECITATIONS

    फ़रहत एहसास

    फ़रहत एहसास,

    फ़हद हुसैन

    फ़हद हुसैन,

    फ़हद हुसैन

    फ़हद हुसैन,

    फ़हद हुसैन

    फ़हद हुसैन,

    फ़हद हुसैन

    फ़हद हुसैन,

    फ़हद हुसैन

    फ़हद हुसैन,

    ज़ुबैर अली ताबिश

    ज़ुबैर अली ताबिश,

    नोमान शौक़

    नोमान शौक़,

    नोमान शौक़

    नोमान शौक़,

    नोमान शौक़

    नोमान शौक़,

    फ़हद हुसैन

    फ़हद हुसैन,

    नोमान शौक़

    नोमान शौक़,

    फ़रहत एहसास

    Farhat Ehsas फ़रहत एहसास

    फ़हद हुसैन

    Ibn-e-maryam hua kare koi फ़हद हुसैन

    फ़हद हुसैन

    Koi ummeed bar nahin aati फ़हद हुसैन

    फ़हद हुसैन

    Dil-e-nadaan tujhe hua kya hai फ़हद हुसैन

    फ़हद हुसैन

    Dil hi to hai na sang o khisht फ़हद हुसैन

    फ़हद हुसैन

    Hazaron khwahishen aisi फ़हद हुसैन

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    नोमान शौक़

    Aam naama नोमान शौक़

    फ़हद हुसैन

    Ye na thi hamari qismat फ़हद हुसैन

    नोमान शौक़

    Maani ko bhula deti hai surat hai to ye hai नोमान शौक़

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