दाग़ तो दो ही चीज़ों पर सजता है, दिल और जवानी।
अगर इन्सान का हाफ़्ज़ा ख़राब हो तो वो ज़ियादा देर तक जवान रह सकता है।
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
दाग़ तो दो ही चीज़ों पर सजता है, दिल और जवानी।
अगर इन्सान का हाफ़्ज़ा ख़राब हो तो वो ज़ियादा देर तक जवान रह सकता है।
Jashn-e-Rekhta | 13-14-15 December 2024 - Jawaharlal Nehru Stadium , Gate No. 1, New Delhi
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