पानी पर लेख
उर्दू शायरी में पानी
अपने अलग-अलग रूप के बावजूद जीवन के रूपक के तौर पर नज़र आता है । पानी की रवानी असल में जीवन की गतिशीलता का उदाहरण है । अर्थात पानी का ठहर जाना जीवन का ठहर जाना है । पानी का रूपक अपने बहुत से अर्थ की अनिवार्यता की वजह से शायरी और मुख्य रूप से नई शायरी में ख़ूब नज़र आता है । उर्दू शायरी में पानी का रूपक कहीं कहीं ज़िंदगी की ख़ूँ-रेज़ी और तबाही के अर्थ शास्त्र को भी पेश करता है । यहाँ प्रस्तुत चुनिंदा शायरी में पानी के रूपक को देखा जा सकता है ।