समुंदर पर चित्र/छाया शायरी
समुंदर को मौज़ू बनाने
वाली शायरी समुंद्कर तरह ही फैली हुई है और अलग अलग डाइमेंशन रखती है। समुंदर, उस की तेज़-ओ-तुंद मौजें ख़ौफ़ की अलामत भी हैं और इस की साफ़-ओ-शफ़्फ़ाफ़ फ़िज़ा, साहिल का सुकून और बे-करानी, ख़ुशी का इस्तिआरा भी। आप इस शायरी में देखेंगे कि किस तरह आम सा नज़र आने वाला समुंदर मानी के किस बड़े सिलसिले से जुड़ गया है। हमारा ये इन्तिख़ाब पढ़िए और लुत्फ़ लीजिए।