अमबाला के शायर और अदीब
कुल: 17
नासिर काज़मी
आधुनिक उर्दू ग़ज़ल के संस्थापकों में से एक। भारत के शहर अंबाला में पैदा हुए और पाकिस्तान चले गए जहाँ बटवारे के दुख दर्द उनकी शायरी का केंद्रीय विषय बन गए।
ख़ालिद शरीफ़
प्रकाश फ़िक्री
प्रकाश फ़िक्री (ज़हीरुल हक़) आधुनिक उर्दू शायरों में विशिष्ट स्थान प्राप्त। सफ़र सितारा और एक ज़रा सी बारिश उनकी किताबें हैं।
सदा अम्बालवी
राजेंद्र सिंह/लोकप्रिय शायर/अपनी गज़ल 'वो तो ख़ुश्बू है हर इक सम्त बिखरना है उसे' के लिए मशहूर, जिसे गाया गया है
साग़र सिद्दीक़ी
ग़ुलाम भीक नैरंग
गोपाल कृष्णा शफ़क़
सुरूर अम्बालवी
वक़ार अंबालवी
महेंद्र प्रताप चाँद
- जन्म : करोड़ लाल ईसन
- निवास : अमबाला
नाशाद कानपुरी
दिव्या भसीन कोचर
- जन्म : अमबाला
- निवास : कुरुक्षेत्र