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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

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परवीन उम्म-ए-मुश्ताक़

1866 | दिल्ली, भारत

क्लासिकी दौर के नुमायाँ शायरों में से एक

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परवीन उम्म-ए-मुश्ताक़ की ई-पुस्तक

परवीन उम्म-ए-मुश्ताक़ की पुस्तकें

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दीवान-ए-प्रवीन

1913

दीवान-ए-प्रवीन

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Jashn-e-Rekhta | 13-14-15 December 2024 - Jawaharlal Nehru Stadium , Gate No. 1, New Delhi

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